पटना
बिहार विधानसभा चुनाव अब बहुत नजदीक हैं। हालांकि अभी तक चुनाव की तारीखों को ऐलान नहीं हुआ है लेकिन बाहुबली विधायक अनंत सिंह ने ज़रूर अपने चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है। उन्होंने राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के टिकट पर चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है। अनंत सिंह ने नीतीश सरकार पर यह भी आरोप लगाया है कि कोरोना काल में जब हर जगह ऑनलाइन पेशी हो रही है तो परेशान करने के लिए उन्हें फिजिकल पेशी पर बुलाया गया है। विधायक के समर्थकों ने कहा है कि अगर छोटे सरकार को कोरोना संक्रमण हुआ तो यह नीतीश कुमार को भारी पड़ेगा।
बता दें कि राजधानी पटना के सिविल कोर्ट में पेशी के दौरान पत्रकारों के सवालों का जवाब देते वक़्त अनंत सिंह ने आरजेडी और तेजस्वी को अपना पूरा समर्थन देने की बात भी कही है। अनंत सिंह ने यह दावा भी किया है कि इस बार विधानसभा चुनाव में आरजेडी जीत का परचम लहराएगी और तेजस्वी मुख्यमंत्री भी बनेंगे। बड़ी बात यह है कि पत्रकार वार्ता में बाहुबली नेता अनंत सिंह ने यह कहा कि वे आरजेडी के टिकट पर चुनाव लड़ेंगे।
फिलहाल अनंत सिंह बिहार की मोकामा सीट से निर्दलीय विधायक हैं। उनपर यूएपीए एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है अगर उनपर आरोप साबित होता है तो उनकी संपत्ति जब्त करने के साथ ही उन्हें आतंकवादी भी करार दिया जा सकता है।
दो बार जेडीयू के टिकट पर रहे विधायक
2005 में नीतीश कुमार के करीबी होने के कारण उन्हें जेडीयू के टिकट पर चुनाव लड़ने का मौका मिला था। अनंत सिंह ने जीत भी हासिल की थी। इसके बाद 2010 में भी वे जेडीयू के टिकट पर मोकामा से दोबारा विधायक चुने गए थे।
जेडीयू और आरजेडी के गठबंधन के कारण छूटा जेडीयू का साथ
2015 विधानसभा चुनाव में जेडीयू और आरजेडी के गठबंधन के कारण अनंत सिंह का जेडीयू से टिकट काट दिया गया, जिसके बाद अनंत सिंह ने निर्दलीय चुनाव लड़ कर जीत हासिल की थी। इसी के बाद से ही अनंत सिंह और नीतीश कुमार की दूरियां बढ़ती गईं। अब अनंत सिंह का आरजेडी के टिकट पर नीतीश कुमार के खिलाफ चुनाव लड़ने से यह साबित हो गया है कि बाहुबली नेता अब सियासी अखाड़े में खुल कर नीतीश के विरोधी के रूप में उतर चुके हैं।