Patna : लोक जनशक्ति पार्टी के उत्तराधिकारी और जमुई सांसद चिराग पासवान आज पिता की बरसी के मौके पर नानी स्थान पर सुखमनी साहिब जी के पाठ में शामिल हुये। उन्होंने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। उन्होंने बताया- नानी ने आज आपने घर पर पापा की याद में सुखमनी साहिब जी का पाठ रखा। श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी को घर लाते हुये।
श्रीगुरु ग्रंथ साहिब को वे अपने सिर पर उठाये घर ला रहे हैं, इसकी तस्वीर भी पोस्ट की है। इधर चिराग ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के लिये फिर से मुश्किलें पैदा कर दी हैं। चिराग पासवान ने ऐलान किया है कि पार्टी तारापुर और कुशेश्वर स्थान विधानसभा सीटों पर दावा पेश करेगी। उन्होंने कहा- हम राज्य में सत्तारूढ़ एनडीए के खिलाफ अपने उम्मीदवार उतारेंगे। लोजपा में ब्रेक के बावजूद चिराग के इस ऐलान ने नीतीश कुमार की पार्टी जदयू की टेंशन जरूर बढ़ा दी है।
नानी ने आज आपने घर पर पापा की याद में सुखमनी साहिब जी का पाठ रखा। श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी को घर लाते हुए। pic.twitter.com/UHGQ6blISi
— युवा बिहारी चिराग पासवान (@iChiragPaswan) September 19, 2021
दरअसल, बिहार की जिन दो सीटों पर उपचुनाव होने जा रहे हैं, वे जदयू के खाते में गई थीं। तारापुर सीट से मेवालालाल चौधरी और कुशेश्वर सीट से शशिभूषण हजारी जीते थे। हालांकि दोनों विधायकों के असामयिक निधन के बाद यहां उपचुनाव होना है। फिलहाल चुनाव आयोग ने इसे लेकर कोई घोषणा नहीं की है, लेकिन सभी प्रमुख राजनीतिक दलों ने तैयारी शुरू कर दी है।
दोनों सीटों पर जीत हासिल करने वाली जदयू के लिये यह सम्मान की लड़ाई है। वहीं दूसरी ओर महागठबंधन में शामिल राजद और कांग्रेस भी इन सीटों पर अपना दावा ठोक रही है। हालांकि चिराग पासवान ने जिस तरह से दोनों सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान किया है, उससे यह उपचुनाव दिलचस्प रुख अख्तियार करता नजर आ रहा है। खासकर लोजपा से ब्रेक के बाद उनका यह कदम काफी अहम माना जा रहा है।
चिराग पासवान ने कहा कि पार्टी में उम्मीदवारों के चयन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। चिराग के उम्मीदवार को मैदान में उतारने के फैसले से सत्तारूढ़ जदयू के लिये लड़ाई मुश्किल हो जायेगी। ऐसा इसलिए क्योंकि लोजपा ने बिहार चुनाव के दौरान सीटों पर सीएम नीतीश कुमार की पार्टी को नुकसान पहुंचाया था। पासवान समुदाय के मतदाता मौजूदा हालात में नीतीश की पार्टी को तो वोट नहीं करेंगे।