Patna : पटना मेट्रो परियोजना का काम तो सुचारु ढंग से नहीं चल रहा है लेकिन इसके नाम पर ठगी करनेवाले पहले ही आगे आ गये हैं। पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने एक दिन पहले ही कहा था कि बिहार सरकार पटना मेट्रो के लिय जमीन नहीं दे रही है, जिसकी वजह से ढाई साल से पटना मेट्रो का काम एक इंच नहीं सरका है। अब आज पटना मेट्रो में नौकरी देने के नाम पर ठगी का भी मामला सामने आ गया है। ऐसा पता चला है कि पटना मेट्रो परियोजना में युवाओं को नौकरी ने दिलाने के नाम पर मोटी रकम की ठगी हो रही है। इसके लिये ठगों ने फर्जी विज्ञान निकालकर ऑफर लेटर देना शुरू कर दिया है। ऑफर लेटर पाने वाले युवाओं ने गूगल के माध्यम से दिल्ली मेट्रो का नंबर निकालकर बात किया। जब ऑफर कन्फर्म करने की कोशिश की गई तब पता चला कि भइया सभी को ठग लिया गया है।
पटना मेट्रो का लोगो बनाइए
आकर्षक पुरस्कार पाइए#BiharUrbanDevelopmentAndHousingDept #BiharGovtInitiative #PatnaMetro pic.twitter.com/sTQOM7Osr4— IPRD Bihar (@IPRD_Bihar) July 10, 2021
फोन पर ही दिल्ली से बताया गया कि दिल्ली मेट्रो ने पटना मेट्रो परियोजना के लिये कोई वैकेंसी नहीं निकाली है। जबकि पटना के ठगों ने एक दर्जन से अधिक युवाओं से मोटी रकम लेकर सहायक अभियंता और कनीय अभियंता के पद का ऑफर लेटर जारी कर दिया है। हालांकि पीड़ित युवक चाहते तो बच सकते थे। पैसा देने से पहले अगर कन्फर्म कर लिया होता तो ऐसा नहीं होता। लेकिन कन्फर्म भी तब किया जब पैसे वसूले जा चुके थे। हालांकि कइयों का पैसा बच गया। इधर, जानकारी मिलने के बाद डीएमआरसी ने जांच शुरू कर दी है।
डीएमआरसी के कार्यकारी निदेशक अनुज दयाल ने कहा – दिल्ली मेट्रो के प्रबंधन के संज्ञान में मामला आया है। पटना में चलने वाली मेट्रो परियोजना के लिये फर्जी भर्ती विज्ञापन के साथ-साथ ऑफर लेटर जारी किया जा रहा है। यह पूरी तरह गलत है। ऑफर लेटर जारी नहीं किया है। डीएमआरसी भर्ती प्रक्रिया के लिये किसी बाहरी एजेंसी या व्यक्ति को नियुक्त नहीं करता है।
दयाल ने कहा- डीएमआरसी में भर्ती प्रक्रिया पूरी तरह से कम्प्यूटरीकृत है। योग्यता के आधार पर चयन किया जाता है। डीएमआरसी अपनी भर्ती प्रक्रिया के लिये किसी बाहरी एजेंसी या व्यक्ति को नियुक्त नहीं करता है। सभी सूचनाएं डीएमआरसी की आधिकारिक वेबसाइट – www.delhimetrorail.com पर अपलोड की गई हैं। ऐसी धोखाधड़ी करने वाले लोगों के खिलाफ निकटतम पुलिस स्टेशन को रिपोर्ट करने की सलाह दी गई है ताकि धोखा-धड़ी करने वाल शातिरों के खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित हो सके।