पटना : राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) लंबे समय से जदयू के संपर्क में हैं। अगले हफ्ते रालोसपा की बैठक है। यह कयास लगाए जा रहे हैं कि बैठक के बाद जदयू और रालोसपा के विलय हो जाएगा। इसको लेकर उपेंद्र कुशवाहा के नेताओं में खलबली मची है। बैठक 13 और 14 मार्च को पटना में होगी। गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव में खराब प्रदर्शन के बाद से उपेंद्र कुशवाहा कई बार नीतीश कुमार और जदयू के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह से मिल चुके हैं। हाल में वशिष्ठ नारायण ने कहा कि रालोसपा जल्द जदयू में शामिल हो जाए, देर करने से कोई फायदा नहीं है। उन्होंने यह भी कहा था कि उपेंद्र कुशवाहा को जदयू में बड़ा स्थान मिलेगा।
विलय की बात को नाकार चुके हैं उपेंद्र
इधर, पार्टी के स्थापना दिवस पर उपेंद्र कुशवाहा ने विलय की बात को नकार दिया था। उपेंद्र ने कहा था फिलहाल पार्टी को मजबूत करने पर फोकस है, लेकिन नीतीश के शासन पर उठ रहे सवालों के बीच कई बार उपेंद्र ने नीतीश के कामों की सराहना की। जदयू के लगातार संपर्क में हैं।
तेजस्वी की मांग-दोषी अधिकारियों पर हो कार्रवाई
मत्स्य एवं पशुपालन मंत्री मुकेश सहनी के भाई द्वारा विभागीय कार्यक्रम में शिकरत करना और मंत्री प्रोटोकॉल का फायदा उठाए जाने के मामले में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की है। तेजस्वी ने मुख्यमंत्री से भी इस्तीफे की मांग की है। नेता प्रतिपक्ष ने ट्वीट किया- बिहार के मुख्यमंत्री जी को यह भी नहीं पता कि उनकी सरकार में क्या कुछ हो रहा है। ना तो उन्हें अपराध के बारे में पता है और ना ही पेपर लीक मामले की ही जानकारी है। यही नहीं किसी मंत्री के असंवैधानिक गतिविधियों की भी जानकारी उन्हें नहीं होती।