प्रतीकात्मक तस्वीर। Image Source : screengrab from a video

धनपशु इंजीनियर- छापे में 15.50 लाख कैश, कई फ्लैट, कई जमीन, 31 बीमा पॉलिसी, 34 लाख के जेवर मिले

Patna : राजधानी पटना में फिर से एक धन पशु सामने आया है। बिहार सरकार में इंजीनियर के पद पर कार्यरत इस धनपशु ने करोड़ों रुपये की संपत्ति अर्जित कर ली। पटना के पॉश कॉलोनी बोरिंग रोड के सबसे महंगे अपार्टमेंट कृष्णा अपार्टमेंट एकसाथ दो फ्लैट को मिलाकर एक बनाने पर भी करोड़ों खर्च करने में जुटा था। कृष्णा अपार्टमेंट के इन फ्लैटों की कीमत ही करोड़ों रुपये में है, हालांकि जांच एजेंसी का कहना है दोनों की कीमत एक करोड़ से ज्यादा है लेकिन इस अपार्टमेंट का एक भी फलैट एक करोड़ से कम का नहीं है। इसके अलावा भी धनपशु के पास कई संपत्तियां हैं। तीसरा फलैट भी पटना में है और हाजीपुर में भी कई जमीन के टुकड़े हैं। … और इस धनपशु का नाम है कौन्तैय कुमार। मूलरूप से रांची का रहनेवाला है लेकिन सारी विरासत बिहार में ही सजा ली है।

इस कार्यपालक अभियंता के गोसाईं टोला स्थित फ्लैट की तलाशी में 15.50 लाख रुपये नकद के अलावा भारी मात्रा में सोने-चांदी के आभूषण मिले हैं। पत्नी के नाम चार अचल संपत्तियां भी हैं, जिनकी कीमत करोड़ों में है। अलग-अलग बैंकों में आठ खाते और दो लॉकर भी मिले हैं। निगरानी जांच ब्यूरो के अनुसार सड़क निर्माण विभाग के पटना शहर के गुलजारबाग अंचल में पदस्थापित इस इंजीनियर के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज किया गया है। जांच के दौरान 1 करोड़ 76 लाख 82 हजार 920 रुपये की आय से अधिक संपत्ति मिली। इसकी प्राथमिकी 13 सितंबर को दर्ज कर डीएसपी सुरेंद्र कुमार मौर के नेतृत्व में सदाकत आश्रम के पास गोसाई टोला स्थित नित्यानंद एन्क्लेव के फ्लैट नंबर 403 पर तलाशी ली गई।
लॉकर फ्रीज कर दिये गये हैं। वित्तीय संस्थानों में बड़े पैमाने पर निवेश से संबंधित कागजात भी मिले हैं। बोरिंग रोड स्थित कृष्णा अपार्टमेंट में इंजीनियर की पत्नी के नाम दो फ्लैट खरीदे गये। फ्लैट नंबर 82C-83C के अपार्टमेंट ‘सी’ ब्लॉक की आठवीं मंजिल पर एक बड़ा लग्जरी फ्लैट बनाया जा रहा है। निगरानी टीम यहां भी पहुंची लेकिन कुछ नहीं मिला। फ्लैट और उसमें हो रहे निर्माण दोनों की लागत करोड़ों रुपये बताई जा रही है। इसके अलावा पटना के सगुना मोड़ और वैशाली के हाजीपुर में भी जमीन के दो दस्तावेज मिले हैं।
निगरानी जांच ब्यूरो के अनुसार कार्यपालक अभियंत मूल रूप से रांची के रहने वाले हैं। वे 2004 से बिहार सरकार में कार्यरत हैं। पिछले तीन वर्षों में उनकी काली कमाई में काफी वृद्धि हुई है। विजिलेंस की टीम का नेतृत्व कर रहे डीएसपी सुरेंद्र कुमार महुआर के मुताबिक उनकी कार्रवाई रात 10 बजे तक चली। जांच के दौरान देर शाम तक कुल 15 लाख 50 हजार रुपये नकद मिले हैं। जो दोपहर तक करीब 12 लाख थी। फ्लैट में अलग-अलग जगहों पर पैसे छिपाकर रखे गये थे।
इसके साथ ही 33.75 लाख रुपये के सोने-चांदी के आभूषण मिले हैं। इसके अलावा अलग-अलग बीमा कंपनियों जैसे SBI LIFE, IDFC, HDFC LIFE, TATA AIA, AXIS MF में उनके और उनके परिवार के नाम से कुल 31 पॉलिसी ली गई हैं। इसमें अब तक 30 लाख से ज्यादा का निवेश किया जा चुका है।
इस छापेमारी के दौरान जो भी जमीन और फ्लैट का ब्योरा सामने आया है, वह कौन्तैय कुमार और उनकी पत्नी के नाम है। टीम द्वारा अलग-अलग जगहों पर किया गया बड़ा निवेश उनके हाथों में अन्य जगहों पर भी पाया गया है। अब विजिलेंस टीम बैंक में जाकर एक-एक खाते की डिटेल चेक करेगी।

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