बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, ओमप्रकाश चौटाला और उपेंद्र कुशवाहा। Image Source : ANI

नीतीश मिले चौटाला से, कहा- कोई राजनीतिक एजेंडा नहीं, कुशवाहा बोले- नीतीश PM मैटेरियल

New Delhi : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को कहा कि इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) के प्रमुख और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला के साथ उनकी मुलाकात का कोई राजनीतिक एजेंडा नहीं है। कुमार ने कहा- मेरे मन में उनके लिये सम्मान है। हमारे लंबे समय से संबंध हैं और उनसे कहा था कि जब मैं दिल्ली आऊंगा तो उनसे मिलूंगा। इस बैठक का कोई राजनीतिक एजेंडा नहीं है। चौटाला ने मंगलवार को कहा था कि वह राष्ट्रीय स्तर पर “तीसरा मोर्चा” बनाने के लिये विपक्षी नेताओं से संपर्क करना शुरू कर देंगे और उन्होंने भाजपा के सहयोगी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ दोपहर के भोजन की बैठक की योजना का भी खुलासा किया। चौटाला ने कहा था कि केंद्र में “जनविरोधी” और “किसान विरोधी” सरकार से छुटकारा पाना समय की सबसे बड़ी जरूरत है।

 

25 सितंबर को उनके पिता और पूर्व उप प्रधानमंत्री देवी लाल की जयंती है। इससे पहले वे विपक्षी नेताओं से मिलने की कोशिश कर रहे हैं। सभी को एक मंच पर आने का आग्रह कर रहे हैं। भर्ती घोटाले में 10 साल की सजा काटने के बाद हाल ही में जेल से रिहा हुये चौटाला ने कहा- हमारा प्रयास एक मजबूत तीसरा मोर्चा बनाने का होगा। कुमार की टिप्पणी जद (यू) नेता उपेंद्र कुशवाहा द्वारा बिहार के मुख्यमंत्री की प्रशंसा करने के बाद आई है। उपेंद्र कुशवाहा ने नीतीश कुमार को पीएम मैटेरियल करार दिया।
उपेंद्र कुशवाहा ने कहा- लोगों ने नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री बनाया और आज वह अच्छा काम कर रहे हैं। लेकिन देश में और भी नेता हैं जो प्रधानमंत्री बनने की क्षमता रखते हैं। नीतीश कुमार ऐसे नेताओं में से एक हैं। नीतीश कुमार में प्रधानमंत्री बनने की पूरी क्षमता है। और इसमें कोई संदेह नहीं है। उन्हें पीएम मैटेरियल कहा जाना चाहिये। यह प्रधानमंत्री मोदी को चुनौती देने के बारे में नहीं है। कुशवाहा ने कहा- हम राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) में हैं और गठबंधन का पुरजोर समर्थन करते हैं। इस पर अभी कोई चर्चा नहीं हुई है।
जब उनसे पूछा गया कि क्या नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में पेश किया जायेगा, तो जद (यू) नेता ने कहा कि इस पर अभी कोई चर्चा नहीं हुई है क्योंकि पार्टी बिहार में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ गठबंधन में है। जद (यू) बिहार में भाजपा की सहयोगी है और पार्टी के आरसीपी सिंह को केंद्रीय मंत्रिपरिषद में शामिल किया गया जब पीएम मोदी ने हाल ही में अपने मंत्रिमंडल में फेरबदल किया। उनकी टिप्पणी हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) के प्रमुख ओम प्रकाश चौटाला के साथ नीतीश कुमार की बैठक की पृष्ठभूमि में आई है।

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