पटना
बिहार विधानसभा चुनाव संपन्न हो चुका है। बिहार में एक बार फिर से एनडीए की सरकार बन रही है। नीतीश कुमार ही बिहार के अगले मुख्यमंत्री होंगे। ऐसी घोषणा भी हो चुकी है। इस बार के विधानसभा चुनाव में महिलाओं ने बड़ी तादाद में मतदान किया है। इस बार मताधिकार का प्रयोग करने वालीं महिलाओं का प्रतिशत 59.69 रहा है।
पिछली बार से कम
यह बात जरूर है कि इस बार के विधानसभा चुनाव में महिलाओं की भागीदारी जबरदस्त रही है, फिर भी विधानसभा में जितनी महिलाएं जीतकर पहुंची हैं, उनका प्रतिशत केवल 10.6 ही रहा है। बिहार विधानसभा में सीटों की कुल संख्या 243 है, जिनमें कि केवल 26 सीटों पर ही महिलाओं को विजय मिली है। पिछले विधानसभा चुनाव के मुकाबले इस बार कम महिलाओं ने चुनाव जीता है। जी हां, जब वर्ष 2015 में बिहार विधानसभा चुनाव हुए थे, तब 28 महिलाओं को चुनाव में जीत मिली थी।
महिला उम्मीदवारों को टिकट
बिहार विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने 13 महिलाओं को टिकट दिया था, जिनमें से कि 9 को जीत हासिल हुई है। वहीं, जदयू ने 22 महिलाओं को चुनाव मैदान में उतारा था, जिनमें से 6 ने जीत दर्ज की है। इनके अलावा राजद ने 18 महिला उम्मीदवारों पर भरोसा जताया था, मगर इनमें से जीत केवल 7 को ही मिल पाई। वहीं, कांग्रेस ने भी 7 महिला उम्मीदवारों को इस बार टिकट दिया था, जिनमें से कि केवल 2 ही जीत हासिल करने में कामयाब रहीं।
कोई निर्दलीय नहीं
इस बार के बिहार विधानसभा चुनाव में किसी भी निर्दलीय महिला प्रत्याशी को जीत नहीं मिली है। निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर 114 महिलाओं ने चुनाव लड़ा था, लेकिन इनमें से कोई भी सफलता का स्वाद नहीं चख सकीं।
पुरुषों के मुकाबले
बिहार विधानसभा चुनाव में इस बार जितने उम्मीदवारों ने चुनाव लड़ा था, उनकी संख्या 3 हजार 733 थी। इन उम्मीदवारों में महिला उम्मीदवारों की संख्या 370 थी। इस तरह से बिहार विधानसभा चुनाव में जितने प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतरे थे, उनमें महिला प्रत्याशियों की संख्या 9.91 प्रतिशत थी।
वोट प्रतिशत
बिहार विधानसभा चुनाव का वोट प्रतिशत भी बड़ा ही कमाल का रहा है। इस बार के बिहार विधानसभा चुनाव में 57.05 प्रतिशत लोगों ने मतदान किया। जहां पुरुष मतदाताओं की तादाद केवल 54.68 प्रतिशत ही रही, वहीं महिला मतदाताओं की संख्या 59.69 फ़ीसदी दर्ज की गई।