NEW DELHI : राजस्थान के पोकरण में हुए ‘भारत शक्ति युद्धाभ्यास’ में शामिल तेजस फाइटर जेट जैसलमेर में क्रैश हो गया। यह विमान जैसलमेर शहर से 2 किमी दूर एक हॉस्टल पर गिरा। पायलट ने खुद को सुरक्षित इजेक्ट कर लिया। ‘भारत शक्ति युद्धाभ्यास’ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत सेना के बड़े अधिकारी शामिल हुए। हादसा पोकरण से करीब 100 किमी दूर हुआ।
पहली बार तेजस के साथ हादसा: 23 साल में पहली बार तेजस क्रैश हुआ है। स्वदेश में विकसित तेजस ने 2001 में पहली बार टेस्ट फ्लाइट के लिए उड़ान भरी थी। उस समय देश के प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी थे। 2003 में वाजपेयी ने ही इसे ‘तेजस’ नाम दिया था। हालांकि, तेजस 1983 में बनना शुरू हो गया था। 2016 में पहली बार दो तेजस विमानों को एयरफोर्स के स्क्वॉड्रन में शामिल किया गया था।
एयरफोर्स के अधिकारियों ने बताया- इंडियन एयरफोर्स के फाइटर प्लेन में एक ही पायलट था। उसे आर्मी हॉस्पिटल भेजा गया है। क्रैश होने से पहले वह इजेक्ट हो गया था।अचानक हुए धमाके के बाद पूरे इलाके में दहशत फैल गई। सेना ने कोर्ट ऑफ इंक्वायरी के आदेश दिए हैं। हालांकि, शुरुआती जांच में यह सामने आया है कि इंजन फेल होने की वजह से यह फाइटर जेट क्रैश हुआ है। पायलट ने इजेक्शन से पहले ग्राउंड स्टाफ को इंजन में आई खराबी के बारे में बताया भी था।