कड़ी मेहनत, दृढ संकल्प, धैर्य व समर्पण का सबसे खूबसूरत चेहरा : जहां कांस्टेबल थे, वहीं ACP बनें

PATNA : कड़ी मेहनत, दृढ संकल्प, धैर्य और समर्पण का सबसे खूबसूरत चेहरा देखा है। अगर नहीं देखा है तो फिरोज आलम को देखिये और उनके बारे मे जानने-समझने की कोशिश कीजिये। जी हां, दिल्ली के नविनयुक्त एसीपी फिरोज आलम ने धैर्य और समर्पण की एक मिसाल पेश की है। उन्होंने दिखाया है कि अगर दिल में चाहत हो तो आसमान की ऊंचाई को भी हासिल किया जा सकता है। आखिर अब वे दिल्ली पुलिस बल का नेतृत्व करेंगे, जहां दस साल पहले वे खुद बतौर कंस्टेबल शामिल हुये थे। दस साल बाद वे वहीं पर आये हैं और बतौर एसिस्टेंट कमिश्नर ऑफ पुलिस के पद पर। फिरोज आलम एक पीसीआर यूनिट के साथ एक कांस्टेबल के रूप में दिल्ली पुलिस में शामिल हुए थे। 5 बार प्रतिष्ठित यूपीएससी की परीक्षा को पास करने में विफल रहने के बाद, फिरोज ने यूपीएससी परीक्षा में अपना अंतिम शॉट लेने का फैसला किया, और अंत में बाजी मार ही लिया।

यदि आप इस तथ्य पर विचार करें कि उन्हें एक कांस्टेबल के रूप में नियुक्त किया गया था और उन्होंने ६४५ का बहुत प्रभावशाली रैंक हासिल करके सबको हैरत में डाल दिया। उन्होंने अपने अंतिम प्रयास में अपने सपनों में रंग भरने में कामयाब हो गये। बहरहाल फिरोज आलम ने 2020 में परीक्षा पास की थी। जल्द ही दिल्ली पुलिस में सहायक पुलिस आयुक्त के रूप में कुछ दिनों में फिर से शामिल होंगे और अपना प्रशिक्षण शुरू करेंगे। आईपीएस अधिकारी और पुलिस उपायुक्त हरेंद्र के सिंह ने एसीपी आलम को बधाई देते हुए यह ट्वीट किया और कहा – सपने कभी पुराने नहीं होते, पूरा करने की इच्छा युवा होनी चाहिए।
फिरोज आलम पिछले साल इंटरनेट सनसनी बन गये थे जब एक प्रतिष्ठित प्रशिक्षण संस्थान के साथ उनका मॉक इंटरव्यू का एक वीडियो यूपीएससी उम्मीदवारों के बीच वायरल हुआ था। वीडियो में फिरोज आलम गंभीर अपने मूल विषयों के जानकार और ईमानदार के रूप में सामने आते हैं। निश्चित रूप से दिल्ली पुलिस के सदस्य अपने सहयोगी की उपलब्धि पर खुश हैं। लोग विशेष रूप से वे जो पुलिस व्यवस्था और कानून व्यवस्था बनाये रखने से जुड़े हैं, वे भी बहुत उत्साहित हैं क्योंकि एक कांस्टेबल के रूप में आलम का अनुभव उन्हें रैंकों के बीच किसी भी मौजूदा अंतर को पाटने की अनुमति देगा।

संयोग से, फिरोज की कहानी पाताल लोक के ‘इमरान अंसारी’ के चरित्र से मिलती-जुलती है, जिसे इश्वाक सिंह ने चित्रित किया है। भारतीय ट्विटर को भी फिरोज की उपलब्धियों पर बहुत गर्व था। डीसीपी सिंह के ट्वीट पर फ़िरोज़ को उनके कार्य के लिए शुभकामनाएं देने वाली टिप्पणियों की बाढ़ आ गई।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *