पटना
बिहार विधानसभा के चुनाव प्रचार के दौरान विपक्षी दलों की तरफ से जगह-जगह पोस्टर लगाए गए थे, जिसमें लिखा हुआ था कि बिहार में का बा? बिहार चुनाव के नतीजे आ आने के बाद अब एनडीए ने ‘बिहार में फिर से नीतीशे कुमार बा’ के जरिए इसका जवाब दे दिया है। बिहार में नई सरकार के गठन के लिए जो भाजपा और जेडीयू की विधानमंडल दल की बैठक हुई, इसमें यह निर्णय ले लिया गया है कि नीतीश कुमार ही बिहार के अगले मुख्यमंत्री होंगे।
नीतीश-मोदी की जोड़ी बरकरार
इस तरह से नीतीश कुमार बिहार के सातवीं बार मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं। पहले से जो कयास लगाए जा रहे थे कि इस बार सुशील मोदी की जगह अयोध्या राम जन्मभूमि आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले कामेश्वर चौपाल बिहार के अगले उपमुख्यमंत्री हो सकते हैं, इसे दरकिनार करते हुए सुशील कुमार मोदी को ही दोबारा उपमुख्यमंत्री बनाने का निर्णय ले लिया गया है। सुशील कुमार मोदी को ही भाजपा विधानमंडल दल का नेता चुन लिया गया है। इस तरीके से एक बार फिर से नीतीश कुमार और सुशील कुमार मोदी की जोड़ी बिहार की सत्ता में लौट रही है।
कल ले रहे शपथ
राजभवन में कल यानी कि 16 नवंबर को नई सरकार का शपथ ग्रहण समारोह आयोजित होने जा रहा है। पहली बार नीतीश कुमार बिहार के मुख्यमंत्री ने 3 मार्च, 2000 को बने थे। इसके बाद 24 नवंबर, 2005 को वे दूसरी बार, 26 नवंबर, 2010 को तीसरी बार और 22 फरवरी, 2015 को चौथी बार बिहार के मुख्यमंत्री बने थे। 28 नवंबर, 2015 को उन्होंने बिहार के पांचवे मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली थी, जबकि 27 जुलाई, 2017 को वे बिहार के छठी बार मुख्यमंत्री बने थे। अब 16 नवंबर को बिहार के मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं। बिहार के मुख्यमंत्री के तौर पर नीतीश कुमार के नाम की घोषणा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने की। औपचारिक रूप से एनडीए के नेता नीतीश कुमार चुन लिए गए हैं।
वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा
जदयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने इसे लेकर कहा कि 16 नवंबर का दिन बड़ा ही शुभ है। उन्होंने चिराग पासवान पर निशाना भी साधा और कहा कि बी ग्रेड के फिल्म के अभिनेता को ऐसा लगता है कि वे बहुत अच्छा कर रहे हैं, लेकिन वास्तव में वे अपना ही नुकसान कर बैठते हैं।