पटना: दरभंगा की नईं मेयर मुन्नी देवी हैं। राजद समर्थित उम्मीदवार मुन्नी को डीएम ने सर्टिफिकेट जारी कर दिया है। जबकि डिप्टी मेयर की कुर्सी बीजेपी समर्थित भरत कुमार सहनी को मिली है। राज्य निर्वाचन आयोग के निर्देश पर जिला प्रशासन ने कलेक्ट्रेट में उपरोक्त पदों पर चुनाव कराया। इसके बाद आज रिजल्ट जारी कर नए मेयर और डिप्टी मेयर को सर्टिफिकेट भी दे दिया गया। बता दें शौचालय आवंटन घोटाला में नगर निगम के मेयर, डिप्टी मेयर और सशक्त स्थायी समिति के सात पार्षद दोषी मिले थे। इस पर निर्वाचन आयोग ने इन्हें पदमुक्त कर दिया था। फिर आयोग के निर्देश पर आज चुनाव हुआ और नए मेयर और डिप्टी मेयर निर्वाचित हुईं।
मुन्नी ने प्रतिद्वंद्वी पूजा मंडल को 4 वोंटों से हराया
मेयर चुनी गईं मुन्नी देवी अपने प्रतिद्वंद्वी पूजा मंडल को चार वोटों से हराया है। मुन्नी को 21 पार्षदों का वोट मिला, जबकि पूजा को 17 पार्षदों। इस दौरान मुन्नी ने कहा कि मैं दरभंगा नगर निगम के विकास के लिए हमेशा काम करूंगी। जो भरोसा पार्षदों ने मुझ पर जताया है या पार्षदों से जनता की उम्मीद यह उसे पूरी करने की कोशिश करूंगी। जो भी जिम्मेदारी मिली है उसका अंत तक ईमानदारी से निर्वहन करूंगी।
डिप्टी मेयर सहनी ने जीतन खातून को 21 वोटों से हराया
डिप्टी मेयर निर्वाचित हुए भाजपा समर्पित भरत कुमार सहनी ने अपने प्रतिद्वंद्वी एवं राजद समर्थित जीतन खातून को 21 वोटों से हराया है। भरत सहनी को 29 वोट मिले हैं। वहीं, जीतन खातून को 8 ही वोट मिल सके। बता दें दरभंगा नगर निगम का कार्यकाल सिर्फ चार महीने ही बचा है। निगम में 48 पार्षद हैं, मगर वोट डालने का अधिकार आयोग ने 40 को ही दिया था। इसमें एक सीट खाली है। वार्ड नंबर तीन के पार्षद की हाल में मौत हुई है। नगर विकास एवं आवास विभाग ने सात सदस्यों की सदस्यता घोटाला उजागर होने पर रद्द कर दी है। आठ दिसंबर को ही विभाग ने मेयर बैजयंती देवी खेड़िया, डिप्टी मेयर बदरुज्जमा खान और स्थायी सशक्त समिति के सात पार्षदों को पदमुक्त किया था। इन लोगों पर 27 लाख से अधिक के घोटाले का आरोप था। कई लोगों ने 25 जुलाई 2018 में दरभंगा कमिश्नर से घोटाले की शिकायत की थी। कमिश्नर की जांच में आरोप सही पाए गए थे। इसके बाद आरोपियों को पदमुक्त कर दिया गया था। हालांकि ये लोग कोर्ट गए हैं। मामला कोर्ट में चल रहा है।