पटना: दरभंगा एयरपोर्ट सवा साल में कई बड़ी उपलब्धियों को हासिल कर चुका है। यहां यात्रियों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। इस एयरपोर्ट से विमान कंपनियों को भी काफी फायदा हो रहा है। ऐसे में इंडिगो के निदेशक ने बड़ी घोषणा की है। कंपनी के निदेशक संजीव भट्ठाचार्य ने कहा कि जल्द ही कंपनी यहां कई नई हवाई सेवाएं शुरू करेगी। संजीव ने बताया कि देश भर में इंडिगो की 1500 उड़ानें हैं। इंडिगो के पास 274 विमान हैं। जल्द ही 300 और विमान खरीदे जाएंगे। इसको ध्यान में रखकर दरभंगा एयरपोर्ट पर इंडिगो नई सेवाओं की शुरुआत करने की योजना बना चुकी है। इन्होंने बताया कि दो घंटे से ज्यादा विमान के लेट होने पर यात्रियों को अब जलपान दिया जाएगा। वहीं, चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष पवन सुरेका ने इंडिगो के अधिकारियों से दरभंगा-दिल्ली-जयपुर, दरभंगा-अहमदाबाद-सूरत, दरभंगा-कोलकाता-चैन्नई, दरभंगा- मुम्बई- पुणे के लिए हवाई सेवा प्रारंभ करने, व्हील चेयर को यात्री गाड़ी तक लाने के लिए अनुमति देने, यात्री किराया में अत्यधिक वृद्धि नहीं करने आदि की बात कही गई।
700 मीटर विजिबिलिटी में भी उतरेंगे विमान
एयरपोर्ट ने पिछले डेढ़ साल में कई बड़ी उपलब्धियों को हासिल किया है। यहां यात्रियों की संख्या लगातार बढ़ रही है। इसी अनुपात में एयरपोर्ट पर सुविधाओं को बढ़ाने का काम चल रहा है। सर्दियों के मौसम में कोहरे के कारण कई विमान रद्द और देर हो जाते हैं। इसे दूर करने की दिशा में एयरपोर्ट पर काम चल रहा है। ग्राउंड लाइटिंग का काम मई में पूरा हो जाएगा। पहले यह काम 15 जनवरी तक ही पूरा होना था। फिर 31 मार्च तक काम पूरा किया जाना था। ग्राउंड लाइटिंग का काम पूरा हो जाने के बाद 700 मीटर की विजिबिलिटी में भी विमान लैंड करेंगे। फिलहाल एयर ट्रैफिक कंट्रोल के अनुसार एयरपोर्ट पर 1600 मीटर विजिबिलिटी रहने के बाद ही विमानों को लैंडिंग करवाया जाता है। यानी खराब मौसम में भी पायलट विमान को आसानी से लैंड करवा सकेंगे।
पहले सर्किट में 60-60 मीटर पर लगवाई जा रही लाइट
एयरपोर्ट डायरेक्टर मनीष कुमार ने बताया कि ग्राउंड लाइटिंग के पहले सर्किट का काम पूरा हो गया है। दूसरे सर्किट में आधे से अधिक काम हो चुका है। शेष काम पूरा होने में मई तक का समय लगेगा। एयरपोर्ट पर ग्राउंड लाइटिंग के पहले सर्किट में 60-60 मीटर पर लाइट लगवाई जा रही है। किंतु दूसरे सर्किट का कार्य शुरू होने पर वहां 30-30 मीटर पर लाइट लगाई गई, जिसके बाद पहले सर्किट के लाइट को भी 30 मीटर पर लगाया जा रहा है। ग्राउंड लाइटिंग का काम कोरोना संक्रमण बढ़ने पर बंद कर दिया गया था। बता दें एयरपोर्ट की ग्राउंड लाइटिंग की खराब व्यवस्था होने के कारण 15 दिसंबर के बाद जनवरी तक यात्रियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा था। कम विजिबिलिटी होने से विमान उतर नहीं पा रहे थे। एयरपोर्ट प्रशासन को बार-बार विमान रद्द करना पड़ा था। इससे एयरपोर्ट प्रशासन को भी नुकसान उठाना पड़ा।