Patna : जदयू के नये राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने टोटल कंट्रोल की अपनी मुहिम पर काम करना शुरू कर दिया है। आज उन्होंने जदयू के सभी प्रकोष्ठों की बैठक की। इस बैठक में सभी प्रकोष्ठों के कार्यों की समीक्षा की गई। बैठक के बाद जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा कि सभी प्रकोष्ठ मुख्य समिति के साथ मिलकर काम करेंगे। पार्टी के जिलाध्यक्ष भी प्रकोष्ठ के सदस्यों और पदाधिकारियों के साथ मिलकर काम करेंगे। अब सिर्फ राज्य, जिला और प्रखंड की इकाइयां ही काम करेंगी। प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा की अध्यक्षता में हुई बैठक में सभी प्रकोष्ठों के अध्यक्षों द्वारा की गई लोकसभा और विधानसभा के प्रभारियों की नियुक्तियां रद्द कर दी गईं हैं। पार्टी की राज्य इकाई ने लोकसभा प्रभारियों की नियुक्ति तत्काल प्रभार के साथ रद्द करने की भी घोषणा की।
#JDU ने आज अपने संगठन में बड़ा बदलाव किया है. राष्ट्रीय अध्यक्ष #ललन_सिंह ने प्रदेश अध्यक्ष के साथ मिलकर बैठक की और उसके बाद #जेडीयू में सांगठनिक बदलाव करते हुए लोकसभा और विधानसभा प्रभारियों की व्यवस्था को खत्म कर दिया गया है. जिलों में दो-दो प्रभारियों की नियुक्ति की गई है. pic.twitter.com/bMBGBh6EhX
— Abhishek kumar singh (@abhisheksing222) September 9, 2021
आज जदयू प्रदेश कार्यालय के कर्पूरी सभागार में पार्टी की समीक्षा बैठक में। @Jduonline pic.twitter.com/pAl3yDO7NG
— Lalan Singh jdu (Rajiv Ranjan) (@Lalansingh_jdu) September 9, 2021
प्रकोष्ठ के अध्यक्षों ने पदभार ग्रहण करने के बाद किये गये कार्यों और अपने प्रकोष्ठ के विस्तार पर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की। इस मौके पर राष्ट्रीय अध्यक्ष ने दो टूक कहा कि प्रकोष्ठ समानांतर संगठन नहीं हैं। प्रकोष्ठों को मूल संगठन की राज्य, जिला एवं प्रखंड इकाईयों के साथ समन्वय कर कार्य करना होगा। बैठक के बाद ललन सिंह ने मीडिया से कहा – पार्टी की मजबूती और विस्तार पर जोरदार चर्चा हुई। प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्षों का फीडबैक लिया गया, ताकि पार्टी की मजबूती के लिये कार्य सुचारू रूप से जारी रखा जा सके।
ललन सिंह ने कहा – पार्टी न तो राष्ट्रीय अध्यक्ष चलाता है और न ही प्रदेश अध्यक्ष। यह सभी के सहयोग से चलता है। गांव से लेकर राज्य तक के दोस्त एकजुट रहते हैं, तभी पार्टी मजबूत होती है। जदयू में अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जायेगी। अनुशासित रहकर सभी लोगों को पार्टी को मजबूत करने में शामिल होना होगा। सभी प्रकोष्ठ प्रमुखों को अनुशासन का पालन करने के निर्देश दिये गये हैं। हमारा उद्देश्य 2010 की उपलब्धि से पार्टी को आगे ले जाना है, इसे पार करना है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि यूपी चुनाव को लेकर जदयू अपने पुराने रुख पर कायम है। अगर एनडीए से तालमेल नहीं हुआ तो हम अपने दम पर लड़ेंगे।
प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने बताया कि नये निर्देश के तहत 32 प्रकोष्ठों के लोक सभा एवं विधान सभा प्रभारी की नियुक्ति रद्द कर दी गयी है। समीक्षा बैठक के दौरान यह भी संकेत दिया गया कि अनावश्यक और अप्रासंगिक प्रकोष्ठों को भंग कर दिया जायेगा। उदाहरण के लिये कलामजीवी सेल, महिला अल्पसंख्यक सेल, ट्रेडर्स सेल, सोशल रिफॉर्म कॉर्प्स आदि।
Janata Dal (United)said it is not aware about Bihar Chief Minister Nitish Kumar having accepted any invitation for a function to be held in #Haryana, where the former could end up sharing the stage with anti-NDA leaders.@Jduonline#NitishKumar #JDUhttps://t.co/qRSvsw58EV
— Outlook Magazine (@Outlookindia) September 9, 2021
वहीं ललन सिंह ने बड़ा फैसला लेते हुये जदयू के प्रदेश मुख्यालय प्रभारी और पार्टी महासचिव अनिल कुमार और चंदन सिंह को छुट्टी दे दी है। अनिल कुमार और चंदन सिंह पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह के करीबी माने जाते हैं। अब जदयू प्रदेश मुख्यालय की जिम्मेदारी उपाध्यक्ष नवीन कुमार आर्य, महासचिव मृत्युंजय कुमार, वासुदेव कुशवाहा और मनीष कुमार को दी गई है। अनिल कुमार सिंह को किशनगंज जिला, चंदन को अररिया जिले का प्रभारी बनाया गया है।