झारखंड विधानसभा। Image Source : Agencies

झारखंड विस में नमाज पढ‍़ने को कमरा आवंटित, भाजपा ने कहा- हनुमान मंदिर भी बनवाओ विस में

New Delhi : झारखंड विधानसभा में विधायकों को नमाज पढ़ने के लिये कमरे आवंटित करने को लेकर विवाद हो गया है। मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी के मुख्य सचेतक विरांची नारायण ने भी हनुमान मंदिर के लिये जगह की मांग की है। विरांची नारायण ने कहा है कि अगर इस तरह से धर्म के आधार पर विधानसभा का बंटवारा किया गया तो झारखंड जलना शुरू हो जायेगा। इसके लिये अध्यक्ष जिम्मेदार होंगे। विधानसभा अध्यक्ष को इस फैसले को तुरंत वापस लेना चाहिये। पूर्व स्पीकर और भाजपा विधायक सीपी सिंह ने कहा है कि विधानसभा अध्यक्ष अगर नमाज पढ़ने के लिये कमरा अलॉट कर ही रहे हैं तो विधानसभा में एक हनुमान मंदिर भी बनवा दें। अगर अध्यक्ष हनुमान मंदिर नहीं बनवायेंगे तो हमने अपने फंड से हनुमान मंदिर बनवायेंगे।

पार्टी के मुख्य सचेतक विरांची नारायण ने कहा कि अगर केवल 3 विधायकों के लिये अलग कमरा आवंटित किया जा सकता है, तो 65 विधायकों के लिये कम से कम 15 कमरे आवंटित किये जाने चाहिये। अन्यथा एक बड़ा हॉल खोजें जहाँ इस तरह से हनुमान चालीसा या सत्यनारायण का पाठ किया जा सके। भाजपा विधायक ने कहा कि हेमंत सोरेन सरकार तुष्टीकरण की राजनीति करती रही है, लेकिन अब विधानसभा की ओर से भी तुष्टीकरण शुरू हो गया है।
अब पूर्व स्पीकर और रांची से भाजपा विधायक सीपी सिंह ने कहा है कि हिंदुओं को भी विधानसभा परिसर में हनुमान मंदिर बनाने की इजाजत दी जाये। हमें नमाज से कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन हमें विधानसभा परिसर में हनुमान मंदिर के लिये जगह भी देनी चाहिये। अगर स्पीकर इसकी इजाजत देते हैं और जगह आवंटित करते हैं, तो हम अपने पैसे से मंदिर का निर्माण करेंगे।
स्पीकर रवींद्र नाथ महतो ने कहा कि पुरानी विधानसभा में भी नमाज अदा करने के लिये जगह तय की गई थी। यहां भी लोगों ने आवेदन किया तो उन्हें एक कमरा आवंटित कर दिया गया। यह कोई बड़ी बात नहीं है। जब उनसे पूछा गया कि क्या विपक्ष मंदिर के लिये जगह की मांग कर रहा है तो उन्होंने कहा कि अगर वह मुझे आवेदन देंगे तो उस पर भी विचार किया जायेगा।
इस मुद्दे पर सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि भाजपा इस राज्य में धर्म के नाम पर समाज को बांटना चाहती है। हम कहना चाहते हैं कि अगर आप भी अपनी प्रार्थना के लिये जगह सुनिश्चित करना चाहते हैं तो ऐसी ओछी राजनीति न करें। विधानसभा में पर्याप्त जगह है, जहां एक जगह आपके लिये भी आरक्षित होगी, लेकिन राज्य में धर्म के नाम पर दंगे न करें।

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