Patna : कहते हैं ना कि नामुमकिन कुछ भी नहीं। वैसे तो यूपीएससी निकालना कोई आसान बात नहीं है, और उस वक्त जब घर के हालात आपके खिलाफ हो। लेकिन अगर सच्ची लगन हो और ठान लिया जाए तो फिर रास्ते का पहाड़ भी कोई बाधा नहीं डालता। नवादा के आलोक रंजन की कहानी सामने आई है जिसने यूपीएससी परीक्षा में 346वां रैंक हासिल कर परिवार का नाम रौशन किया।
नवादा के लाल आलोक रंजन ने UPSC परीक्षा में लहराया परचम। आलोक का पूरे देश में 346वां रैंक। नवादा जिले के रोह प्रखंड के गोरिहारी गांव के निवासी हैं आलोक। pic.twitter.com/p4ulCTDejw
— Apna Nawada (@ApnaNwd) May 30, 2022
आलोक रंजन ने यूपीएससी परीक्षा 7वें अटेंप्ट में पास किया। वह मूल रूप से नवादा के रोह प्रखंड के गोरिहारी गांव के रहने वाले हैं। बेटे की सफलता को देखते हुए माता-पिता की आंखें छलक आईं। थरथराते होठ से वो इतना ही कह पा रहे हैं कि बेटे की मेहनत का नतीजा है, हम सभी बेहद खुश हैं।
मां सुशीला देवी ने बताया कि हमने बेटे की पढ़ाई के लिए जमीन बेची। हम आज भी किराए के घर में रहते हैं, हम चाहते तो जमीन बेचकर खुद का घर बना सकते थे, लेकिन हमने बेटे की पढ़ाई को महत्व दिया और सारे पैसे बेटे की पढ़ाई में लगा दिया। बेटे की सफलता के पीछे पूरे परिवार का त्याग है। आज पूरे गांव में ढोल बज रहा है। भगवान ने हम सभी की आरजू सुन ली।
आलोक रंजन यादव जी ने #UPSC की परीक्षा में पाया 346वां स्थान ।
नवादा जिले के रोह प्रखंड के गोरिहारी गांव का रहने वाला हैं आलोक रंजन यादव जी बहुत बहुत बधाई एवं हार्दिक शुभकामनाएं💐💐 pic.twitter.com/yGPOnN8uDX— Jyoti Yadav (@__jyotiyadav) May 30, 2022
घर की स्थिति सही नहीं होने की वजह से हमने सोच लिया था कि परिवार में किसी एक को यूपीएससी की तैयारी जरूर करवाएंगे। आलोक रंजन के माता-पिता दोनों टीचर हैं। हम दोनों ने पैसे की बाधा को हर हाल में लांघते गए और हमसे जितना हुआ हमने किया। बेटे की सफलता से हम ही नहीं बल्कि पूरा गांव खुश है। (INPUT : www.livebavaal.com/Live News)